हिंदी (पद्यखंड) पाठ – 9.हमारी नींद

लघु उत्तरीय प्रश्न :

प्रश्न 1. मक्खी के जीवनक्रम का कवि द्वारा उल्लेख किए जाने का क्या आशय है ? [2013A]

उत्तर- कवि द्वारा मक्खी के जीवन क्रम का उल्लेख करने का मूल भावगरीब और कमजोर वर्ग के जीवन क्रम को मक्खी के जीवन क्रम से जोड़ना है। कवि के अनुसार, जिस प्रकार मक्खी का जीवन अति तुच्छ होता है, उसी प्रकार गरीब और कमजोर वर्गों का जीवन भी निकृष्ट होता है। गरीब लोग जन्म लेते हैं। और मक्खी जैसे कीड़े-मकौड़ों की तरह अपनी उम्र को जिए बिना ही मर जाते हैं। समाज के सुविधाजनक अत्याचारी वर्ग उन्हें अपने शोषण और स्वार्थपूर्ति का शिकार बनाते हैं। अतः इनके जीवन का मूल्य मक्खी के ही समान् होता है।

प्रश्न 2. हमारी नींद कविता की सार्थकता पर विचार करें।  [2013C, 2014AI, 2015AI]

उत्तर- प्रस्तुत कविता का शीर्षक ‘हमारी नींद’ प्रतीकात्मक के रूप में अवतरित है। कवि ने इस शीर्षक के माध्यम से जनता की अज्ञानता को उजागर करने का प्रयास किया है। रूढ़िवादी विचार के कारण ही जनता अत्याचारियों के
जुल्म का विरोध नहीं कर पाती है। कवि कहता है कि ‘हमारी नींद’ कविता में जीवन अपनी स्वाभाविक गति से विकसित होता रहता है, भले ही हमें इसका अहसास न हो। यह नींद और जागरण दोनों में समान भाव से गतिमान है। अतः कहानी का शीर्षक ‘हमारी नींद’ परिस्थितियों के अनुकूल एवं सार्थक है।

प्रश्न 3. कवि वीरेन डंगवाल अत्याचारियों का क्यों जिक्र करता है ? [ 2015C, 2017AII, 2021AI]

उत्तर- कवि वीरेन डंगवाल के अनुसार, धमाके से देवी जागरण गरीब बस्तियों में हुआ

प्रश्न 4. कवि गरीब बस्तियों का उल्लेख क्यों करता है ? [2017C

उत्तर-कवि का कहना है कि गरीब भीरू होता है। इसी भीरूता के कारण उसने मान लिया है कि गरीब या अमीर होना ईश्वर की कृपा पर निर्भर करता है। ईश्वर ने जिसे अमीर बनाया है, वह उसके सौभाग्य का फल है। उसी प्रकार, गरीब होना भी निश्चित है। वे अत्याचारियों के विरोध के बदले देवी का जागरण पूर्ण उत्साह के साथ करते हैं। लेकिन, अपने पर अत्याचार ढाने वालों के जुल्म
का प्रतिकार नहीं करते हैं। कवि ने गरीब बस्तियों का उल्लेख कर यह स्पष्ट करना चाहा है कि अज्ञानता के अंधकार में डूबा व्यक्ति अपने अधिकार से अनजान होता है। इसी से वह शोषण का शिकार होता है और हर जुल्म को ईश्वर का विधान मानकर सहन करता रहता है

प्रश्न 5. हमारी नींद कविता किस प्रकार के जीवन का चित्रण करती है ? [2018AI]

उत्तर- वीरेन डंगवाल रचित “हमारी नींद” कविता जीवन के संघर्ष का चित्रण करती है। कविता में कहा गया है अगर ‘हमारी नींद’ जीवन का अवरोधक है तो जीवन भी ‘हमारी नींद’ से उत्पन्न बाधा की परवाह किये बिना आगे बढ़ता है और अपनी मंजिल तक पहुँचता है। सुविधाभोगी, आराम पसंद जीवन जीने के लिए सुख-भोग के सारे साधनों का संग्रह करने के बावजूद अपनी शोषण-प्रवृत्ति का त्याग करना नहीं चाहते। कवि ने इन अत्याचारियों के माध्यम से देश के नेता, अधिकारी-पदाधिकारी आदि की ओर संकेत किया है कि ये भोली-भाली जनता की सज्जनता का नाजायज लाभ उठाते हैं। ये किसी भी प्रकार से धनार्जन करके एक-दूसरे से आगे निकलने के लिए व्यग्र रहते हैं। जनता अपनी जान देकर आर्थिक विकास में संलग्न रहती है और उच्च पद पर बैठे
सत्ताधारी गरीबों का हक डकारकर मौज मनाते हैं। है ?

प्रश्न 7. हमारी नींद शीर्षक कविता किस कविता संकलन से ली गई है ? [2021AII]

उत्तर- हमारी नींद शीर्षक कविता वीरेन डंगवाल की कविताओं के संकलन दुष्चक्र में स्रष्टा से संकलित है।

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