हिंदी (पद्यखंड) पाठ – 10.अक्षर ज्ञान

लघु उत्तरीय प्रश्न :

1. कविता में ‘क’ का विवरण स्पष्ट कीजिए।व्यंजर वर्षों में ‘क,[2016A1, 2020A1]
उत्तर- कविता में  ‘क’ का विवरण स्पष्ट करते हुए कहा है कि है। ‘क’ को कबूतर जैसा भी कहा गया है क्योंकि
‘क’ से कबूतर होता है इसलिए जब बच्चा लिखता है तो वह पंक्ति के नीचे आ जाता है, कबूतर के फुदकने की आदत की तरह।

2. के आँसू कब आते हैं और क्यों ?12012A, 2015A1, 2018A1, 2019C, 2022AII
उत्तर- ‘ङ’ को बच्चा माँ और बेटा समझता है, वह उसे नहीं लिख पाता हैं। वह बार- बार ‘ङ’ को लिखने की कोशिश करता है। लेकिन, नहीं लिख पाता। वह बच्चा ‘छ’ का सही उच्चारण भी नहीं कर पाता है। अत: निराशा की स्थिति उत्पन्न होने के कारण बेटे की आँखों में आँसू आ जाते हैं।

प्रश्प 3, ‘अक्षर-ज्ञान’ कविता किस तरह एक सांत्वना और आशाजगाती है ? विचार करें।
उत्तर- यह कविता सांत्वना और आशा जगाती है कि मानव प्रयास से सृष्टि का विकास सरल तथा आसान हो जाता है । विफलता के बाद ही मनुष्य  चिन्तनशील होता है। उसे कुछ और अधिक सोचने पर मजबूर होना पड़ता है जो उसके बौद्धिक विकास में सहायक होता है जो एक सांत्वना और आशा जगाती है कि विफलता के बाद ही सफलता का रूप विकसित होता है ।

प्रश्न 4. बेटे के लिए ‘ड’ क्या है और क्यों ? [2022C, 2024AII]
उत्तर- बेटे के लिए ‘ङ’ है, माँ की गोदी में बैठा बेटा, क्योंकि ‘ङ’ को वह समझता है, माँ और अनुस्वार (विन्दी) को समझता है माँ की गोदी का बच्चा ।

प्रश्न 5. खालिस बेचैनी किसकी है ? बेचैनी का क्या अभिप्राय है ? [2023AII]
उत्तर- खालिस बेचैनी खरगोश की है। वह ‘ख’ लिखने में कठिनाई महसूस करता है। यहाँ बेचैनी का तात्पर्य है-अविरल (लगातार) बिना चैन लिए हुए।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न :

प्रश्न 1. सप्रसंग व्याख्या करें
“गमले सा टूटता हुआ उसका ग’
घड़े सा लुढ़कता हुआ उसका ‘घ”
उत्तर- प्रस्तुत पंक्तियाँ कवयित्री अनामिका द्वारा लिखित कविता ‘अक्षर ‘ज्ञान’ से ली गई हैं। इनमें कवयित्री ने अक्षर-ज्ञान के माध्यम से मानव जीवन के मूल रहस्य को उद्घाटित करने का प्रयास किया है।कवयित्री का कहना है कि व्यक्ति को अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए वैसी ही कठिनाई का अनुभव होता है जिस प्रकार बच्चों को अक्षर ज्ञान की प्रारंभिकशिक्षण प्रक्रिया में आती है। तात्पर्य यह कि जीवन एक ऐसी समस्या है जिसकासमुचित ज्ञान तभी होता है, जब व्यक्ति उसके अनुकूल लगातार परिश्रम करता है।यदि वह लीक से हटकर प्रयास करता है तो उसकी कल्पना गमले के समान टूटजाती है अथवा घड़े के समान लुढ़कती रह जाती है। परिणामतः उसे लक्ष्य की प्राप्ति नहीं हो पाती। भाषा सहज, सरल तथा भावनात्मक है। ‘घड़े-सा लुढ़कता हुआ उसका ‘घ’ में कल्पना अलंकार है। क्योंकि कल्पना या प्रयास को घड़े के समान बताया गया है।

प्रश्न 2. व्याख्या करें : “पहली विफलता पर छलके ये आँसू ही हैं शायद प्रथमाक्षर सृष्टि की विकास-कथा के ।[2024AI]
उत्तर- प्रस्तुत पंक्तियाँ अनामिका जी के द्वारा लिखित कविता ‘अक्षर-ज्ञान’ के द्वारा उद्धृत है। बच्चे को कठिनाई पैदा हुई ‘ङ’ को लेकर। माँ ने समझाया- ‘ड’ माँ और बिन्दु (.) उसकी गोद में बैठा बेटा। कोशिश शुरू हुई किन्तु (ङ) सघता ही नहीं था। बहुत कोशिश के बाद भी जब ‘ङ’ की मुश्किल हल न हुई हो तो बेटे की आँखों में आँसू आ गए। किन्तु ये आँसू’ङ’ को साधने के प्रयत्न छोड़ने के न थे, इन आँसुओं में ‘ङ’ को साधने का, असफलता का धत्ता बताने का संकल्प था।

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