लघु उत्तरीय प्रश्न :
प्रश्न 1. कवि को वृक्ष बूढ़ा चौकीदार क्यों लगता था ? 12012A, 2012C, 2017AII, 2020A1, 2023AII]
उत्तर- कवि ने एक वृक्ष के बहाने प्राचीन सभ्यता, संस्कृति एवं पर्यावरण की रक्षा की चर्चा की है। वृक्ष मनुष्यता, पर्यावरण एवं सभ्यता की प्रहरी है। यह प्राचीन काल से मानव के लिए वरदान स्वरूप है, इसका पोषक है, रक्षक है। कवि को वृक्ष बूढ़ा चौकीदार इसलिए लगता था, क्योंकि वह हर क्षण सीना ताने दरवाजे पर तैनात रहता था, जिस प्रकार चौकीदार घर सुरक्षा में दरवाजे पर खड़ा रहता है।
प्रश्न 2. ‘एक वृक्ष की हत्या’ शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए । [2013C]
उत्तर-‘एक वृक्ष की हत्या’ शीर्षक बहुत ही सार्थक है । यह कविता की भावना और आत्मा के अनुरूप है। यह शीर्षक बोलने और समझने में सरल तथा स्पष्ट है । यह कविता का केन्द्रबिन्दु भी है। अतः सार्थक है । यह शीर्षक विषयवस्तु के अनुकूल है क्योंकि यह कविता काटे गए एक वृक्ष के बहाने पर्यावरण, मनुष्य और सभ्यता के विनाश की अन्तर्व्यथा को अभिव्यक्त करती है।
प्रश्न 3. वृक्ष और कवि में क्या संवाद होता था ? [2015AII, 2015C, 2022C]
उत्तर-कवि के घर के दरवाजे पर एक चौकीदार की भाँति बूढ़ा वृक्ष खड़ा था। जब कवि दरवाजे की ओर आता तो ललकारता-‘कौन’ ? तब उत्तर मिलता-‘दोस्त’। कवि उसके दोस्त के समान था। कवि पल भर उसकी ठंढी छाँव में बैठ जाता था। कवि उसकी रक्षा करता था। कवि को उस पेड़ के दुश्मनों का भय था।
प्रश्न 4. कविता का समापन करते हुए कवि अपने किन-किन अंदेश का जिक्र करता है और क्यों ? [2016A1)
अथवा, ‘एक वृक्ष की हत्या’ कविता विश्व की किस समस्या की उजागर करती है ? (2018C)
उत्तर-कविता के समापन के समय कवि को अंदेशा है-नदियों की जो सूख रही है, वायुमंडल की जो दूषित हो रही है, खाद्य पदार्थों की जो जहरीले होते जा रहे है। कवि को ऐसा अंदेशा वृक्षों के अंधाधुंध कटाई को देखकर हो रहा है। उसे लगता है पूरे भारत पर लुटेरों का हमला हो गया है। ‘
प्रश्न 5.एक वृक्ष की हत्या’ कविता की प्रासंगिकता पर विचार करते हुए एक टिप्पणी लिखें।
उत्तर- वृक्ष भी जीव है। वृक्ष का काटना जीव-हत्या है । आज एक वृक्ष को ही नहीं, हजारों-लाखों वृक्षों की हत्या का सवाल है, जो मानव जीवन के संकट का कारण बन गया है। वृक्ष हर कदम पर मानव का सहयोगी और मित्र है। किन्तु, मनुष्य उसे बेजान और व्यर्थ समझकर अपने आर्थिक लाभ के लिए खत्म कर रहा है। यह मनुष्य की मूर्खता है कि अपने तत्काल लाभ के लिए वह भविष्य का सर्वनाश पैदा कर रहा है। इसलिए, आज ऐसी कविता की प्रासंगिकता अधिक है।
प्रश्न 6. घर, शहर और देश के बाद कवि किन चीजों को बचाने की बात करता है और क्यों ?[2021AI]
उत्तर- घर, शहर और देश के बाद कवि नदियों को, हवा को, खाद्यान्नों को, जंगल को और स्वयं मनुष्य जाति को बचाने की बात करता है। ये सारी चीजें हमारे स्वार्थीपन और लोलुपता के कारण विनष्ट और प्रदूषित होती जा रही हैं और जब ये संसाधन पूर्णतया समाप्त हो जायेंगे तो एक मनुष्य दूसरे मनुष्य के भक्षण पर उतारू हो जाएगा। इसीलिए मनुष्यता की रक्षा के लिए पर्यावरण का संरक्षण अनिवार्य है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न :
प्रश्न 1. अर्थ स्पष्ट करें-
बचाना है नदियों का नाला हो जाने से हवा को धुआँ हो जाने से खाने को जहर हो जाने से [2019AI]
उत्तर-प्रस्तुत पंक्तियाँ संवेदनशील कवि कुँवर नारायण द्वारा लिखित कविता संग्रह ‘इन दिनों’ से संकलित तथा ‘एक वृक्ष की हत्या’ पाठ से उद्धृत है। इनमें कवि ने प्रकृति-रक्षा के विषय में अपना विचार प्रकट किया है। कवि का कहना है कि वह हर कीमत पर नदियों को सूखकर नाला होने से हवा को धुआँ अर्थात् वायुमंडल को गर्म होने से तथा खाद्य-पदार्थ को विषाक और प्रदूषित होने से बचाने का प्रयास करेगा।