संस्कृत (पीयूषम भाग -2) पाठ -9. स्वामी दयानन्द :

लघु उत्तरीय प्रश्न : प्रश्न 1. स्वामी दयानन्द ने समाज के उद्धार के लिए क्या किया ?[2015AII] अथवा, स्वामी दयानन्द समाज के महान उद्धारक थे, कैसे ?[2014C] उत्तर-स्वामी दयानन्द ने समाज के उद्धार के लिए स्त्री शिक्षा पर बल दिया और विधवा विवाह हेतु समाज को प्रोत्साहित किया । उन्होंने बाल-विवाह समाप्त कराने, मूर्तिपूजा का … Read more

संस्कृत (पीयूषम भाग -2) पाठ -8.’कर्मवीरकथा’

लघु उत्तरीय प्रश्न  प्रश्न 1. ‘कर्मवीरकथा’ का सारांश लिखेंप्रश्न : [2014AII]  उत्तर- कर्मवीर कथा में एक ऐसा प्रतिभाशाली कर्मनिष्ठ बालक की चर्चा  है I जो निर्धन एवं दलित जाति में जन्म लेकर भी उच्च पद पर आसीन हो जाता विपरीत परिस्थितियों में भी अपने आत्मबल को दृढ़ बनाए रखता है। बालक के सहज आकर्षण से … Read more

संस्कृत (पीयूषम भाग -2) पाठ -7.नीतिश्लोकाः

 लघु उत्तरीय प्रश्न : प्रश्न 1. ‘नीतिश्लोकाः’ पाठ में मूढचेतनाराधम किसे कहा गया है ?2019Cअथवा, नीतिश्लोकाः पाठ के आधार पर अधम नर किसे कहा गया है ?12011A,2014A1, 2024AII उत्तर- इस पाठ में आए नीतिश्लोक के अनुसार जो बिना बुलाए प्रवेशकरता है, बिना पूछे बहुत बोलता है । अविश्वसनीय व्यक्ति पर विश्वास करताहै। वह मूर्ख हृदय … Read more

संस्कृत (पीयूषम भाग -2) पाठ – 6.भारतीयसंस्काराः

प्रश्न 1. संस्कार कितने प्रकार के होते हैं? विवाह संस्कार का वर्णन करे। उत्तर- संस्कार सोलह हैं। विवाह संस्कार के उपरांत ही मनुष्य वस्तुतःअर्मकाण्ड होते हैं। उनमें वाग्दान (वचनबद्धता), मण्डप निर्माण (मँडवा), वधू वाणिग्रहण (हाथ देना), लाजाहोम (धान के लावे से हवन), सप्तपदी (सातघर पर वरपक्ष का स्वागत, वर-वधू का परस्पर निरीक्षण, कन्यादान, अग्निस्थापना, वचनों … Read more

संस्कृत (पीयूषम भाग -2) पाठ – 5.’भारतमहिमा’

लघुउत्तरीय प्रश्न : प्रश्न 1. ‘भारतमहिमा’ पाठ से हमें क्या संदेश मिलता है ?12011C उत्तर- भारतमहिमा’ पाठ से हमें संदेश मिलता है कि हमें भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए । हम भारतीयों को हरि की सेवा करने का अवसर प्राप्त हुआ हैसाथ-साथ मोक्ष की प्राप्ति का भी अवसर प्राप्त हुआ है। हमें सच्चा देशभक्त … Read more

संस्कृत (पीयूषम भाग -2) पाठ -4.संस्‍कृतसाहित्‍ये लेखिका

प्रश्न 1. विजयनगर राज्य में संस्कृत भाषा की स्थिति क्या थी?1201203 उत्तर- विजयनगर राज्य के नरेश (राजा) संस्कृत भाषा के संरक्षण के प्रसिद्ध (दृढ़ संकल्पित) थे, ऐसा विदित ही है। उनके अन्त:पुर में संस्कृत रचना की कुशल रानियाँ हुई। कम्पण राज्य की(चौदहवींशताब्दी)गंगादेवी ने ‘मधुराविजयम्’ महाकाव्य अपने स्वामी को (मदुरै) विजय घटना परआश्रित रचना की । … Read more

संस्कृत (पीयूषम भाग -2) पाठ -3.अलसकथा

प्रश्न 1. ‘अलसकथा’ पाठ से क्या शिक्षा मिलती है ?[2011C, 2014C, 2015AI, 2020AI, 2022AII, 2024AII उत्तर- अलसकथा का संदेश है कि आलस्य एक महान रोग है। आलसीका सहायक प्रायः कोई भी नहीं होता । जीवन में विकास के लिए व्यक्ति का.कर्मठ होना अत्यावश्यक है। आलस्य शरीर में रहनेवाला महान् शत्रु है । जिससे अपना, परिवार … Read more

संस्कृत (पीयूषम भाग -2) पाठ -2 पाटलिपुत्रवैभवम

प्रश्न 1. सिख सम्प्रदाय के लोगों के लिए पटना क्यों महत्वपूर्ण है ?[2022C] अथवा, पटना का गुरूद्वारा किसके लिए और क्यों महत्वपूर्ण है ?[2013A, 2014A उत्तर- गुरु गोविन्द सिंह ने पटना सिटी में जन्म लिया था। पटना सिटी में सभी सिख धर्मगुरु पधारे हैं। दसवें गुरु गोविन्द सिंह का जन्मस्थल गुरुद्वारा भी यहीं है। इसीलिए … Read more

संस्कृत (पीयूषम भाग -2) पाठ – 1.’मंगलम्’

प्रश्न 1. ‘मंगलम्’ पाठ के आधार पर सत्य का स्वरूप बतायें । [2019AI, 2024AI उत्तर- सत्य की महत्ता का वर्णन करते हुए महर्षि वेदव्यास कहते हैं कि हमेशा सत्य की ही जीत होती है । मिथ्या कदापि नहीं जीतता । सत्य से ही देवलोक का रास्ता प्रशस्त है। मोक्ष प्राप्त करने वाले ऋषि लोग सत्य … Read more

हिंदी (पद्यखंड) पाठ – 12. मेरे बिना तुम प्रभु

लघु उत्तरीय प्रश्न : प्रश्न 1. मेरे बिना तुम प्रभु कविता के आधार पर भक्त और भगवान के बीच के संबंध पर प्रकाश डालिए। [2012A, 2024AI, IIJ अथवा, मेरे बिना तुम प्रभु का केन्द्रीय भाव क्या है ? [2018C] उत्तर- ‘मेरे बिना तुम प्रभु’ कविता के आधार पर कहा जा सकता है कि भक्त और … Read more