लघु उत्तरीय प्रश्न :
प्रश्न 1. किन कारण से मंदाकिनी का जल कलुषित हो गया है ?[2019AI, 2024AII]
उत्तर- हिरणों के झुंड द्वारा पानी पीने से मंदाकिनी का जल कलुषित हो गया।
प्रश्न 2. गंगा तट पर कौन-सा रमणीय दृश्य श्रीराम के मन में रतिउत्पन्न कर रहा है ?[2019C]
उत्तर- गंगा (मन्दाकिनी) तट पर वहाँ का मनोरम दृश्य श्रीराम के मन में रति उत्पन्न कर रहा है ।
प्रश्न 3. श्रीराम के प्रकृति सौंदर्य बोध पर अपने विचार लिखें ।[2020AT]
उत्तर- ‘मन्दाकिनी वर्णनम्’ पाठ में राम ने प्रकृति सौंदर्य खासकर मन्दाकिनी नदी का बड़ा ही मनोरम दृश्य प्रस्तुत किया है। वह फूलों से सम्पन्न रंग-बिरंगे तटों वाली, हँसों से द्वारा शोभित आदि उपनामों द्वारा नदी को सुशोभित करते हैं।इस प्रकार उन्होंने प्रकृति का वास्तविक चित्रण प्रस्तुत किया है।[
प्रश्न 4. पर्वत नाचता हुआ क्यों प्रतीत हो रहा है ? [2021AI]
उत्तर- प्रस्तुत पंक्ति ‘मन्दाकिनी वर्णनम्’ से लिया गया है। भगवान राम ने सीता को सम्बोधित करते हुए प्रकृति के यथार्थ का वर्णन करते हुए कहते हैं- हे! सीते ! हवा के झोकों से वृक्षों के शिखर झूमते हैं, तथा नदी के दोनों ओर पुष्प औरपत्र बिखेरते हैं। इन वृक्षों से ढका हुआ पर्वत भी नृत्य करते हुए प्रतीत होते हैं।
प्रश 5. अति संक्षेप में मन्दाकिनी नदी का वर्णन करें। 2021AII]
उत्तर- वाल्मीकिय रामायण के अयोध्याकाण्ड के सर्ग संख्या 95 से संकलितइस पाठ में चित्रकूट के निकट बहने वाली मन्दाकिनी नामक छोटी नदी का वर्णन है । इस पाठ में आदि कवि वाल्मीकि की काव्य शैली तथा वर्णन क्षमताअभिव्यक्त हुई है। श्री राम, सीता को मन्दाकिनी का वर्णन सुनते हैं।
प्रश्न 6. ‘मन्दाकिनी वर्णनम्’ पाठ में श्रीराम चन्द्र जी ने सीता जी क किन-किन सम्बोधनों से सम्बोधित किया है ?[2022AI]
उत्तर- ‘परमपावनी गंगा’ अनायास मन को आकर्षित करने वाली है ।निर्मल जल,रंग-बिरंगी छटा, ऊँची कछारे राम को आह्लादित करती रहती है ।इसकी शोभा में वशीभूत ‘राम’ सीता को इसकी सुन्दरता का निरीक्षण करने केलिए अपने भाव का प्रकट करते हैं-हे सीते । शोभने, कल्याणि, आदि नामों सेसंबोधित करते हैं ।
प्रश्न 7. मन्दाकिनी का कैसा जल श्रीराम चन्द्रजी के मन को आकर्षितकर रहा है ?[2022AII]
उत्तर- भगवान राम सीता को संबोधित करते हुए मंदाकिनी नदी के प्रकृतियथार्थ का वर्णन करते हैं, हे सीते ! मृगों के झंगे के द्वारा जल पिये जाने के कारण इसका जल दूषित हो गया है, फिर भी यह रमणीय नदी को जल मुझे आकर्षितकर रहा है ।
प्रश्न 8. मन्दाकिनी के जल में कैसे ऋषिगण स्नान कर रहे हैं ?[2022C, 2023AI, 2024AI]
उत्तर- जटा और मुकुट धारण करने वाले तथा वृक्ष की छाल को वस्त्र केरूप में धारण करने वाले ऋषिगण मन्दाकिनी नदी के जल में स्नान कर रहे हैं
प्रश्न 9. ‘मन्दाकिनीवर्णनम्’ पाठ का वर्ण्य विषय क्या है ?[2023AII]
उत्तर- वाल्मीकिय रामायण के अयोध्याकाण्ड के सर्ग संख्या-95 से संकलितइस पाठ में चित्रकूट के निकट बहने वाली मन्दाकिनी नामक छोटी नदी का वर्णन है । इस पाठ में आदिकवि वाल्मीकि की काव्यशैली तथा वर्णनक्षमता अभिव्यक्त हुई है। श्री राम, सीता को मन्दाकिनी का वर्णन सुनाते हैं ।