प्रश्न 1. ‘अलसकथा’ पाठ से क्या शिक्षा मिलती है ?[2011C, 2014C, 2015AI, 2020AI, 2022AII, 2024AII
उत्तर- अलसकथा का संदेश है कि आलस्य एक महान रोग है। आलसीका सहायक प्रायः कोई भी नहीं होता । जीवन में विकास के लिए व्यक्ति का.कर्मठ होना अत्यावश्यक है। आलस्य शरीर में रहनेवाला महान् शत्रु है । जिससे अपना, परिवार का और समाज का विनाश अवश्य ही होता है। यदि जीवन में विकास की इच्छा रखते हैं तब आलस्य लगाकर उद्यम को प्रेरित हो ।
प्रश्न 2. ‘अलसकथा’ का सारांश लिखें ।[2012A, 2018C]
उत्तर- ‘अलसकथा’ विद्यापति रचित ‘पुरुष परीक्षा’ कथासंग्रह से संकलितमिथिला में वीरेश्वर नाम का एक मंत्री था । वह स्वभाव से दानी एवंदयावान् था । वह संकटग्रस्तों, निर्धनों तथा अनाथों को इच्छाभर भोजन, वस्त्रदिया करता था । उसका मानना था कि आलसी के लिए हर कष्ट सहज होता है किन्तु परिश्रम असहज तब आलसी लोगों का इच्छानुकूल लाभ सुनकर कुछलोग सुख प्राप्त करने की इच्छा से कृत्रिम आलसी के रूप में मुफ्त भोजन ग्रहणकरने लगे। इसके बाद आलसियों पर अधिक खर्च होते जानकर किसी ने सलाहदी कि स्वामी द्वारा सिर्फ बुद्धिहीनों के लिए अन्न-वस्त्र देने की व्यवस्था है,लेकिन कुछ धूर्त भी आलसी होने का स्वांग रचकर लाभान्वित हो रहे हैं। इसलिएइन आलसियों के आलस्य की परीक्षा ली जाए। ऐसा विचार करके आलसियों केघर में आग लगा दी गई। घर में आग लगी देखकर सभी धूर्त भाग गए, लेकिनचारों आलसी कपड़ों से मुँह ढके सोए रहे। अगलगी के कारण लोग शोर-गुल मचाने लगे
प्रश्न 3. अलसशाला के कर्मियों ने आलसियों को आग से कैसे औरक्यों निकाला ?[2020AII]अथवा, ‘अलसकथा’ पाठ के आधार पर बताइए कि आलसी पुरुषोंको किसने और क्यों निकाला?
उत्तर– चारों आलसी पुरुष आग लगने पर भी घर से नहीं भागे। शोरगुल सुनकर वे जान गए थे कि घर में आग लगी हुई है। वे चाहते थे कि कोई धार्मिक एवं दयालु व्यक्ति आकर आग पर जल, वस्त्र या कम्बल डाल दें, जिससे आग बुझ जाएँ और वे लोग बच जाएँ। चूँकि आलसी व्यक्ति आग से बचने के लिएभी नहीं भाग सके । इसलिए नियोगी पुरुष ने उनकी प्राण रक्षा के लिए उन्हें घरसे बाहर किया।
प्रश्न 4. ‘अलसकथा’ पाठ में किसका वर्णन है ? [ 2019A1, 2024AI अथवा, अलसकथा का वर्ण्य-विषय क्या है ? [2014C, 2022Cj अथवा, ‘विद्यापति कौन थे ? उन्होंने किस ग्रन्थ की रचना की तथा’अलसकथा’ में किसकी कहानी है ? छः वाक्यों में लिखेंl
उत्तर – महाकवि विद्यापति द्वारा रचित कथा ग्रन्थ ‘पुरुषपरीक्षा’ नामक ग्रन्थ से लिया गया । ‘अलसकथा’ मानव महत्व एवं दोषों के निराकरण की शिक्षा देताउत्तर-महाकवि विद्यापति द्वारा रचित ग्रंथ पुरूष परीक्षा नामक ग्रंथ से लिया गया है आलस कथा मानव के गुण एवं दोसो को दर्शाता है । आलसियों का दान देने की इच्छा रखने वाले मंत्री वीरेश्वर ने यह जानने कीउत्कंठा प्रकट की थी। आलसी जीवन जीने की कला का कैसे निर्वहन करते हैं ? इष्ट लाभ के लिए मेहनती भी आलसी का रूप लेकर आने लगते हैं।परीक्षा के लिए दानशाला में अग्नि को प्रज्वलित किया जाता है। आलसी भागने के क्रम में गीले कपड़े से ढकने, घर में आग लगी हैं, यहाँ कोई धार्मिक नहीं हैआदि की चर्चा करते हैं। आलसी केवल करूणा के पात्र होते हैं।
प्रश्न 5. अलसशाला में आग लगने पर क्या हुआ ? [2018AI1
उत्तर- आग लगने पर भी चारों आलसी घर में ही थे। वह परस्पर बातचीतकर रहे थे कि हल्ला क्यों हो रहा है। मालूम पड़ता है कि घर में आग लग गई है। वे एक-दूसरे को चुप रहने की सलाह दे रहे थे ।
प्रश्न 6. चारों आलसियों के वार्तालाप को अपने शब्दों में लिखें। [2018A11, 2021A
उत्तर- अगलगी के कारण जब लोग शोर-गुल मचाने लगे तब एक आलसीने कहा- अरे ! यह कैसा शोर-कुल है ? दूसरे ने कहा- शायद घर में आग लगहै ? तीसरे आलसी ने कहा- कोई धार्मिक पुरुष नहीं है जो भींगी हुई चटाई से ढंक दें।तब चौथे आलसी ने कहा- अरे वाचाल ! कितना बोलते हो ? चुप-चाप क्यों नरहते
प्रश्न 7. ‘अलसकथा’ पाठ में वास्तविक आलसियों की पहचान कैसे [2019Alउत्तर-
उत्तर-पाठ में वास्तविक आलसियों की पहचान के लिए अलसशाला मेंआग लगा दी गई । आग देखकर सभी धूर्त भाग गए लेकिन चारों आलसियों ने भागने का प्रयत्न नहीं किया। बल्कि इस मसय में भी वे दूसरों की मदद की चाहरखते थे । इस प्रकार वास्तविक आलसियों की पहचान हो गई ।
प्रश्न 8. मंत्री वीरेश्वर की विशेषताओं का वर्णन करें।[2020AI, 2023AJ
उत्तर- मंत्री वीरेश्वर स्वभाव से दयालु और दानशील थे। वह अनार्थी औरनिर्धनों को उनके इच्छा के अनुसार भोजन तथा वस्त्र देते थे। उन्होंने आलसियों को भोजन तथा वस्त्र देने के लिए अलसशाला का निर्माण करवाया था ।
प्रश्न 9. अलसशाला के कर्मियों ने आलसियों की परीक्षा क्यों ली ?[2020AI], 2023AII
उत्तर- अलसशाला में आलसियों के साथ-साथ धूर्त भी बनावटी आलस्यको दिखाकर भोजन ग्रहण करने लगे थे । इसलिए वास्तविक आलसियों की पहचान करने के लिए अलसशाला के कर्मियों ने आलसियों की परीक्षा ली।
प्रश्न 10. अलसशाला में आग क्यों लगाई गई ?[2021AII]
उत्तर- अलसशाला में धूर्त लोग अपने को आलसी बताकर भोजन एवं वस्त्रका उपभोग कर रहे थे । अतः आलसियों की परीक्षा लेने के उद्देश्य से वहाँ के कर्मचारियों ने अलसशाला में आग लगा दिया ।
प्रश्न 11. ‘अलसकथा’ पाठ की विशेषताओं का वर्णन अपने शब्दों मेंकरें ।[2022A
उत्तर- अलसकथा पाठ की विशेषता यह है कि यह पाठ हमें बताता है किआलस्य मनुष्यों का महान शत्रु है, परिश्रम से बड़ा कोई मित्र नहीं होता है। परिश्रमी व्यक्ति कभी दूसरों पर आश्रित नहीं रहता है। अतः आलस्य को त्याग कर परिश्रम करना चाहिए ।