भूगोल पाठ 2 कृषि

अतिलघु उत्तरीय प्रश्न :

प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दें : 

(क) भारत के दो सबसे महत्त्वपूर्ण अनाजों के नाम बताइए ।
उत्तर- (i) धान (चावल) तथा (ii) (1)  बाजरा और  रागी उगाते हैं

(ख) हमारे देश की सबसे प्रमुख रोपण फसल कौन-सी है?
उत्तर- (1) चाय, (ii), (iii) रबड़, (iv) गन्ना और (v) केला

प्रश्न 2. निम्नलिखित के अंतर बताइए :

(क) नगदी फसल और रोपण फसल।
उत्तर- नगदी फसल और रोपण फसल में अंतर नगदी फसल उस फल कहते है, जिसे तुरत बेचकर नकदी रुपया प्राप्त कर लिया जा सके। जैसे गन्ना जूट। रोपण फसल उन फसलों को कहते हैं, जिन्हें रोपा जाता है। जैसे केला आदि।

(ख) व्यापारिक कृषि तथा निर्वाहक कृषि ।
उत्तर-व्यापारिक कृषि तथा निर्वाहक कृषि में अंतर व्यापारिक कृषि कृषि को कहते है, जिनकी उपज का व्यापार होता है। जैस : (i) नाग, (ii) काफी (iii) रबड़। निर्वाहक कृषि उसे कहते हैं जिसकी उपज से जीवन-निर्वाह होता है। जैसे (i) चावल, (ii) गेहूँ तथा (iii) मकई इत्यादि

लघु उत्तरीय प्रश्न :

प्रश्न 1. भारत में उपजने वाली दो खाद्य, दो नकदी एवं दो रेशे वाली फसल के नाम लिखिए।

उत्तर- (क) दो खाद्य फसलें— (i) धान (चावल) तथा (ii) गेहूँ ।
(ख) दो नगदी फसलें — (i) गन्ना तथा (ii) आलू ।
(ग) दो रेशे वाली फसलें- (i) कपास तथा (ii) जूट।

प्रश्न 2. उपर्युक्त फसलों के उत्पादन करने वाले दो-दो प्रमुख राज्यों के नाम लिखिए ।

उत्तर- : धान- (i) पश्चिम बंगाल तथा (ii) तमिलनाडु
गेहूँ -(i) पंजाब तथा (ii) उत्तर प्रदेश गन्ना आलू कपास जूट
गन्ना -(i) उत्तर प्रदेश तथा (ii) गुजरात ।
आलू-(i) झारखंड तथा (ii) बिहार ।
कपास-(i) गुजरात तथा (ii) महाराष्ट्र ।
जूट- (i) पश्चिम बंगाल तथा (ii) बिहार ।

प्रश्न 3. भारत में उपजाई जाने वाली वर्षा हींन फसलों के नाम लिखिए।

उत्तर- भारत में उपजाई जाने वाली वर्षाहीन फसलों के नाम निम्नलिखित हैं (i) धान, (ii) ज्वार, (iii) बाजरा, (iv) मकई तथा (v) रागी ।

प्रश्न 4. शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद में कृषि के योगदान की चर्चा कीजिए।

उत्तर-  यदि हम शुद्ध उत्पाद में कृषि के योगदान पर ध्यान दें तो पाएँगे। कि दिनों दिन कृषि का योगदान घटता ही जा रहा है। सकल घरेलू उत्पादन में जहाँ कृषि का योगदान 1980-91 में 3.6 प्रतिशत था वहीं 1992-2001 तक में 3.3 प्रतिशत तक गिर गया है। कृषि के लिए यह स्थिति शोचनीय है ।

प्रश्न 5. भारतीय कृषि की निम्न उत्पादकता के कारणों को संक्षेप में लिखिए ।

उत्तर-  भारतीय कृषि की निम्न उत्पादकता के अनेक कारण हैं, जिनमें निम्नलिखित अत्यंत प्रमुख हैं :
(i) जनसंख्या का कृषि पर बढ़ता दबाव, (ii) घटता कृषि भूमि क्षेत्र, (iii) खेतो का छोटा आकार, (iv) सिंचाई की कम और अनिश्चित सुविधाएँ, (v) मानसून की
अनिश्चिता, (vi) पूँजी की कमी, (vii) आधुनिक कृषि यंत्रों का सीमित उपयोग, (viii) कृषि उत्पादों का उचित मूल्य का नहीं मिलना, (ix) सालों भर काम का अभाव तथा (x) कृषि में वाणिज्यीकरण का अभाव ।

प्रश्न 6. हरित क्रांति से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- 1955 में पाकिस्तान ने भारत पर आक्रमण कर दिया था। युद्ध जारी था। ठीक इसी समय अमेरिका ने भारत को गेहूँ भेजने से इंकार कर दिया, जिसे नेहरू जी के जमाने से ही देता आ रहा था । तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री लालबहादुर शास्त्री ने इसे चुनौती के रूप में लिया। उन्होंने जवानों के साथ किसानों की जय का भी नारा दिया । किसानों को नए बीज, खाद और उर्वरकों का उपयोग तथा सुनिश्चित जलापूर्ति की व्यवस्था के फलस्वरूप गेहूँ की उपज में आशातीत वृद्धि हुई। शास्त्री जी के इसी क्रांतिकारी कदम को ‘हरित क्रांति’ की संज्ञा दी गई।

प्रश्न 7. भारतीय कृषि की पाँच पांच प्रमुख विशेषताओं को लिखिए ।

उत्तर- भारतीय कृषि की पाँच प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं :

  1.  भारतीय कृषि देश के आर्थिक जीवन का प्राण है। भारत में लगभग दो-तिहाई लोगों की जीविका कृषि पर ही आधारित है ।
  2. भारत की विशाल जनसंख्या के लिए भोजन कृषि से ही प्राप्त होता है।
  3.  कृषिजन्य अनेक कच्चे माल उद्योगों को प्राप्त हो हैं, जैसे कपास, गन्ना, जूट रेशम के कीड़े कृषि से ही प्राप्त होते हैं। अब तो अनेक फलों के प्रसंस्करणभी होने लगे हैं।
  4.  जलवायू एवं धरातल की विविधता के कारण भारत में विविधता भी पाई जाती है। में भारत को
  5.  राष्ट्रीय आय में भारतीय कप का मुख्य योगदान है। देश की आवा कृषि से ही प्राप्त होती है।

प्रश्न 8. भारत में उपजाई जाने वाली प्रमुख खाद एवं व्यावसायिक के नाम लिखिए।

उत्तर- भारत में उपजाई जाने वाली प्रमुख फसले (i) चावल, (ii) गेहूँ, (iii) मकई, (iv) ज्वार तथा बाजरा

भारत में उपजाई जाने वाली प्रमुख व्यावसायिक फसले (i) चाय, (ii) कॉफी (iii)  जूट, (iv) गन्ना (v) केला ।

निम्नलिखित के भौगोलिक कारण बताइए :

प्रश्न 1. कपास की खेती दक्कन प्रदेश की काली मिट्टी में अधिक होती है।

उत्तर-दक्कन प्रदेश की काली मिट्टी लावा निर्मित है, जिस कारण वह लिए काफी उपयुक्त है। इस मिट्टी में अधिक समय तक नमी धरण किए रहने की है। यह मिट्टी कपास के लिए इतना उपयुक्त है। इसका नाम ही काली कपास पड़ गया है।

2. गन्ने की उपज उत्तर भारत की अपेक्षा दक्षिण भारत में अधिक होती है।

उत्तर- गन्ने की उपज उत्तर भारत की अपेक्षा दक्षिण भारत के इसलिए अधिक है क्योंकि यहाँ सहकारी समितियाँ काफी संगठित हैं। अनेक चिनी मिले सहकारी द्वारा चलाई जाती हैं। किसानों की सुविधा- असुविधा पर ये सिमितिया रख हैं। वरना पहले उत्तर भारत ही गन्ना उत्पादन में आने था॥

प्रश्न 3. भारत कपास का आयात और निर्यात दोनों करता है।

उत्तर-भारत कपास का आयात और निर्यात दोना इसलिए करता है कि यहाँ बेट और मोटे रेशे वाली निम्न कोटि की कपास उपजाई जाती है। ऐसी कपाल से महकती वस्त्र तैयार नहीं हो सकते हैं। इसलिए भारत छोटे रेशे वाली कपास का निर्माता कर देता है तथा लम्बे रेशे वाली उच्च कोटि की कपास का आयात करता है।

प्रश्न 4. भारत विश्व का एक अग्रणी चाय निर्यातक देश है।

उत्तर- भारत विश्व का एक अग्रणी चाय निर्यातक देशो इसलिए है क्योंकि उच्च कोटि की चाय उपजाई जाती है। उच्च कोटि की चाय उत्पादक क्षेत्र पूर्वोत्तर भारत में तथा पश्चिम बंगाल है। निर्यात के लिए कलकत्ता बन्दरगाह की सुविधा भी इन क्षेत्रों के अत्यंत निकट है। अच्छी किस्म के कारण विश्व भर भारतीय चाय की माँग है। अच्छी किस्म की चाय निर्यात कर दी जाती है और घरेलू खपत के लिए सिमकोटि की चाय रख ली जाती है

कुछ अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न तथा उनके उत्तर

प्रश्न 1. रबी फसल के कुछ मुख्य उत्पादन के नाम लिखें :

उत्तर- रबी फसल के कुछ मुख्य उत्पादन निम्नांकित हैं :
(i) गेहूँ, (ii) जव, (iii) चना, (iv) मटर, (v) मसूर और (vi) सरसों ।

प्रश्न 2. खरीफ फसलों के कुछ प्रमुख उत्पादों के नाम लिखें ।

उत्तर- खरीफ फसल के कुछ मुख्य उत्पाद निम्नांकित हैं :
(i) धान, (ii) मकई, (iii) बाजरा, (iv) ज्वार, (v) कोदो और (vi) रागी ।

प्रश्न 3. जायद फसल किसे कहते हैं? इसके प्रमुख उत्पाद क्या हैं?

उत्तर- त्तर- जायद फसल गर्मी के मौसम में उपजाई जाती है, इसीलिए इसे गरमा फसल भी कहते है। यह वहीं पर उपजाई जाती है, जहाँ सिंचाई की सुविधा रहती है। प्रमुख उत्पाद है (i) धान, (ii) मकई, (iii) खीरा आदि। लत्तर वाली सब्जियाँ जैसे क नेनुआ आदि इस मौसम में भी होती हैं।

प्रश्न 4. चावल की उपज के लिए उपयुक्त भौगोलिक दशाओं के नाम लिखें

उत्तर- चावल की उपज के लिए उपयुक्त भौगोलिक दशाएँ निम्नांकित हैं : (i) 21°C से 24°C तक तापमान। पकने के समय 27°C तापमान अच्छा रहता है। (ii) धान की अच्छी फसल के लिए 125 सेमी से 200 सेमी के बीच वार्षिक वर्षा की आवश्कयता होती है। (iii) जलोढ़ मिट्टी अति आवश्यक है, बरना चिकनी दोमट मिट्टी में भी धान उपज जाता है। (iv) धान के पीछड़े हाथ से ही रोपे जाते हैं और कटनी भी हाथ से ही होती है,’अतः मानव श्रम की अधिकता अत्यन्त आवश्यक है।

प्रश्न 5. गेहूँ की उपज के लिए आवश्यक भौगोलिक दशाओं का उल्लेख कीजिए ।

उत्तर- गेहूं की उपज के निम्नलिखित भौगोलिक दशाओं का होना आवश्यक है। (i) उपजाऊ भूमि, जिसमें जल धारण करने की क्षमता हो । (ii) गेहूँ जाड़े में उपजाई जाने वाली फसल है, फिर भी 50 सेमी से 78 सेमी के बीच वर्षा आवश्यक है। वर्षा की कमी से सिंचाई करनी पड़ती है। (iii) यंत्रों से खेती की जाय और उचित खाद दी जाय तो उपज अच्छी होती है।

प्रश्न 6. भारत में उपजाई जाने वाले प्रमुख मोटे अनाजों के नाम लिखें।

उत्तर-भारत में उपजाए जाने वाले प्रमुख मोटे अनाज हैं : (i) ज्वार, (ii) बाजरा, (iii) रागी, (iv) मकई। रागी को महुआ भी कहते हैं।

प्रश्न 7. भारत में उपजाई जाने वाली दलहनी फसलों के नाम लिखें।

उत्तर- भारत में निम्नलिखित दलहनी फसलें उपजाई जाती हैं : (i) अरहर (तूर), (ii) चना, (ii) उड़द, (iv) मूँग, (v) मसूर, (vi) मटर आदि । जो मांसाहारी नहीं है उन्हें दाले अवश्य खानी चाहिए, क्योंकि इनमें प्रचुर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है।

प्रश्न 8. भारत में उपजाई जाने वाली तेलहनी फसलों के नाम लिखें ।

उत्तर-भारत में निम्नलिखित तेलहनी फसलें उपजाई जाती हैं।(i) सरसा, (ii) तोरी, (iii) अलसी (तीसी), (iv) तिल, (v) सोयाबीन, (vi) मूँगफली तथा (vii) सूरजमुखी। अरण्डी (रंड़ी), कुसुम (बर्रे) तथा कोयला (महुआ की फली) सेभी तेल निकलता है ।)

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